Sad Shayariजिसको आज मुझमे हजारो गलतिया नजर आती हैं,कभी उसी ने कहा था तुम जैसे भी हो मेरे हो। mojstatus1 year ago1 year ago00 mins Post navigation Previous: मैं बैठूंगा जरूर महफ़िल में मगर पियूँगा नहीं,क्योंकि मेरा गम मिटा दे इतनी शराब की औकात नहीं।Next: शिव की ज्योति से प्रकाश बढ़ता है।जो भी जाता है भोले के द्वार।कुछ न कुछ उसे जरुर मिलता है। Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
बड़े सुकून से वो रहता है आज कल मेरे बिना लगता है जैसे सदियों से उसके उपर बोझ थे हम. mojstatus1 year ago1 year ago 0
मैं बैठूंगा जरूर महफ़िल में मगर पियूँगा नहीं,क्योंकि मेरा गम मिटा दे इतनी शराब की औकात नहीं। mojstatus1 year ago1 year ago 0